सावन पर कविता सावन के गीत ! सावन महीने पर कविता हिंदी में ! Savan Par hindi Kavita ! best sawan kavita in hindi
""सावन के रंग ""
सावन में उसे संवरते देखा है ।
बिन बादल बरसते देखा है ।।
झूले सा मन लहराते, बलखाते देखा है ।
शिव का सा तांडव,पार्वती को गाते देखा है
सावन की भीगी पलकों से दर्शय सुहाना लगता है ।
भीगा उसका तन-बदन,अंगुरी नशा छाया लगता है ।
ओर स्तनों से बहती उसके सजल धारा,
यौवन की प्यास बुझाती है ।
सावन में वो कई रंग दिखती है ।।