औकात की बात आती है , तो हर कोई चौकना हो जाता है , " ओकात " शब्द इंसान के लिए जीवन को जीने के ढंग और आत्मविश्वास को बढ़ता है , इंसान के ओकात पर बता आजाये तो कुछ भी कर गुर्जरने को तैयार रहता है , आज हम इसी इंसान की ओकात को मापने से सम्बंधित ओकात पर हिंदी शायरी (Insaan Ki Aukat Par Shayari in Hindi -) लेकर आये है , जिन्हे पढ़कर आपको अपनी और दुसरो की ओकात का आंकलन लग जायेगा |
किसी भी इंसान को चुप कराने के लिए उसकी ओकात का जिक्र कर दो , तो वो इंसान अपने आप को बीते काल में लेजाता है , उसको उसका गुजरा वक्त याद आता है , जी हाँ किसी को उसका बिता कल याद दिलाने के लिए ये हमारी ओकात शायरी हिंदी आपकी मदद करेगी |
निचे दी गई बेहतरीन ओकात पर शायरी को पढ़े हमने आपके लिए ये शायरी ओकात पर हिंदी भाषा में लिखी है , हमारी सबसे अधिक पाठको को पससंद आने वाली दुश्मन की औकात शायरी ( Dussaman Ki Okat Par Shayari ) आप अपने दुश्मन को दिखने के लिए अपने स्टेटस पर लगा सकते है और उसे ये सन्देश दे सकते है इस शायरी के मध्यम से की तेरी औकात शायरी क्या है , कुछ लोग अपनी औकात भूल जाते है उन्हें उनकी ओकात याद दिलाना जरुरी है चाहे वो दोस्त यो या अपना कई , अगर दोस्त को औकात बतानी हो तो हमारी ये दोस्ती पर औकात शायरी हिंदी में लिखी हुई है उन्हें शेर कर सकते है |
Insaan Ki Aukat Par Shayari in Hindi : इंसान की औकात पर शायरी इन हिंदी
जिनकी औकात नहीं हैं, हमसे आँख मिलाने की,
वो बात करते हैं हमारा नामो निशान मिटाने की ।।
वो बार बार औकात की बात करता है
इसे वक़्त के बारे में बता दो कोई ।।
उन हवा के झोंको से कह दो कि अपनी औकात में,
रहे हम पैरों से नहीं अपने हौसलो से ड़ा करते है..!!
दोस्ती पर औकात शायरी हिंदी में : Dosti Aukat shayari In Hindi
वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ
हमे छुने की जिनके औकात नहीं ।।
वो मेरी न हुई तो हैरत की कोई इसमें बात नहीँ
की शेर से दिल लगाये बकरी की ईतनी औकात नही ।।
औकात दिखा देती है एक दिन सच्ची मोहब्बत भी,
जीवन में खुद से ज्यादा चाहत किसी की मत रखना।।
दुश्मन की औकात शायरी : Dusman Aukat Shayari 2 line
झूठ इसलिए बिक जाता है बाजार में क्योंकि,
सच खरीदने की सबकी औकात नहीं होती ।।
खूब हौसला बढ़ाया था आँधियों ने धुल का ,
मगर दो बून्द बारिश ने अपनी औकात बता दी ।।
काम निकल जाए तो अपनी औकात दिखाते है लोग वहां,
वरना पाँव पकड़कर गिड़गिड़ाते रहते है लोग यहाँ ।।
कुछ लोग अपनी औकात भूल जाते है
इश्क़ में अमीरी-ग़रीबी कभी देखी नहीं जाती है ,
औकात से मोहब्बत कभी की नहीं जाती है ।।
कुछ लोगों की वफ़ा की कोई ज़ात नहीं होती,
रिश्ते बना लेते हैं लेकिन उन्हें निभाने की औक़ात नहीं होती।।
औकात देखकर जरूरते भी सिमट जाती है ,
जब जेब में पैसा न हो तो भूख भी मिट जाती है।।
और अधिक पढ़े - Ghamandi Par Shayari hi Hindi , Mehnat Shayari In Hindi , Jalane Walo Par Shayari in Hindi , Ghamandi Par Shayari hi Hindi , Dhoop Par Shayari in Hindi, Sardi par shayari in Hindi , Jeet Par Shayari in Hindi , Bewafa shayari 2 line In Hindi, Insaan Ki Aukat Par Shayari in Hindi