Jaisi karni Vaisi Bharni Shayari in Hindi - जैसी करनी वैसी भरनी शायरी

 जैसी करनी वैसी भरनी युगो से चली आ रही कहवत कहीं ना कही सच्ची सिद्ध होती है , लोग अक्सर बुरे कार्य या व्यहार करने वालो को इस सब्द से सम्बिधित करते है की , जैसा करोगे वैसा भरोगे , कर्म का फल कर्म पर निर्भर करता है , जैसा कर्म वैसा फल , आज हम इसी करनी और कथनी पर लेकर आये है हिंदी शायरी , 

आपने अक्सर सुना होगा की लोग कहते है , जैसी करनी वैसी भरनी यकीं नहीं तो कर के देखो (Jaisi karni waisi bharni yakeen na ho to kar ke dekh) कर्म के आधार पर उसका भरपाई भी वैसे करनी पड़ती है , हमारी ये जैसी करनी वैसी भरनी शायरी हिंदी भाषा में उन लोगो के लिए लिखी गई है जो अज्ञानता में रहते है और कुछ भी कर देते है उनको उस कर्म का फल क्या होगा पता नहीं होता , अगर आपको भी ऐसे व्यक्ति मिलते है जो , मूर्खता पूर्ण कार्य करते रहते है तो आप उन्हें , हमारी ये जैसी करनी वैसी भरनी पर लिखी गई शायरी   (jaisi karni waisi bharni par shayari ) को भेज कर उन्हें अवगत करवा सकते है , 

हमने जो करेगा वो भरेगा शायरी दो लाइन को इस प्रकार लिखा है , को पाठको की पहली पसंद बन गई है , जैसी करनी वैसी भरनी दो लाइन शायरी आप अपने स्टेटस पर लगा सकते है और अपने दोस्तों , रिस्तेदारो को जो करेगा वो भरेगगा शायरी लाइन भेज सकते है || 

Jaisi karni Vaisi Bharni Shayari in Hindi  : जैसी करनी वैसी भरनी शायरी हिंदी में 

कर्मों का खेल है, लम्हा हर फसाना,
किया जैसा, वैसा ही लौट कर है आना।
न भाग पाओगे, न छिप पाओगे इस जहाँ में ,
जैसी करनी, वैसी भरनी, यही है जीवन का तराना || 


कोई धर्म से जुड़ा है , 

कोई कर्म से जुड़ा  है | 

यकीन करो फल मिलेगा उतना , 

कर्म किया होगा तुमने जितना || 



कर्मों की इस कड़ी को तुम तोड़ नहीं सकते,
बुरे कर्म कर के, कभी चैन से सो नहीं सकते।
जैसी करनी वैसी भरनी, ये पक्का है मेरे यार,
अच्छे कर्म करोगे, तभी जीवन होगा खुशहाल।


Jaisi karni waisi bharni yakeen na ho to kar ke dekh : जैसी करनी वैसी भरनी यकीं नहीं तो कर के देखो

जैसा करोगे वैसा भरोगे , 

अच्छा करो सदा खुश रहोगे || 



आज किया है जो कल भुगतना पड़ेगा , 

ये बदले का वक्त है सब सहना पड़ेगा || 


Jaisi karni waisi bharni Quotes in Hindi  :जैसी करनी वैसी भरनी फोटो

जैसी करनी, वैसी भरनी, यही संसार का धर्म है,
अच्छे कर्म करो, क्योंकि बाकि सब भरम है।



जैसी करनी वैसी भरनी, सच्चाई है यही,
ना चाहो किसी का बुरा, क्योंकि लौट कर आएगा वही।



आपक हमारी ये जैसी करनी वैसी भरनी हिंदी दो लाइन शायरी पढ़कर अच्छा लगा होगा अगर आप चाहते है कोई सुझाव या शिकायत करना तो ीचे कमेंट सेक्सन में जाकर कर सकते है और हमारे द्वारा लिखी गई अन्य हिंदी सायरी जैसे - जैसे को तैसा शायरी , दो लाइन हिंदी शायरिया इत्यादि पढ़ने के लिए khud ki kalam से जुड़े रहे |

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